माँ मरियम आपकी करूणा से मैंने प्रेम है क्या यह जाना
आपके पावन स्पर्श का सुख हमने यह अब जाना
कितनी निर्मल है स्नेह कि गंगा जो आपमें बहती है
ऐसी सुन्दर प्यारी मूरत मेरे दिल में रहती है
मैंने जब सोचा माता का स्वरुप तो आपको ही पाया
सम्पूर्ण हो आप आपमें सारा प्यार समाया
मेरे को आपसे बहुत प्यार है माँ
मुझ अकिंचन को एक आपका ही स्नेह माँ
आपके पावन स्पर्श का सुख हमने यह अब जाना
कितनी निर्मल है स्नेह कि गंगा जो आपमें बहती है
ऐसी सुन्दर प्यारी मूरत मेरे दिल में रहती है
मैंने जब सोचा माता का स्वरुप तो आपको ही पाया
सम्पूर्ण हो आप आपमें सारा प्यार समाया
मेरे को आपसे बहुत प्यार है माँ
मुझ अकिंचन को एक आपका ही स्नेह माँ